**मिथिलाक बात** बनल अष्टदल अड़िपन आँगन, माछ, मखान, पान अछि प्रचलित। चरण छूबि आशीश लैत छैथ, जतय बृद्ध केँ एखनहुँ धरि नित।

बुधवार, 1 दिसंबर 2010

मिथिला राज्य

मिथिला राज्य
फुसिये के अछि हल्ला मिथ्ािला राज्य लेब हम।
मैथिल मिथिला मैथिलीक उद्धार करब हम।

भेल एखन धरि की, जकरा उपलब्धि कहब हम।
भाषण कविता पाठ मंच पर कते पढ़ब हम।

पँाच सात टा पत्र पत्रिका लीखत की की।
देत कते उपदेष कते के छापत की की।

आइ मैथिली मे छथि सगरो जतबा लेखक।
मात्र मैथिली मे एखनो ओतबे छथि पाठक।

तखन कोना समृद्ध हएत ई भाषा कहियो।
दस पाँच टा लोक करत की असगर कहियो।

नहि अछि लीखल कतौ मैथिली बाट-घाट पर।
नहि टीशन पर नहि बजार मे कतौ हाट पर।

सत्य कहै छी आइ जरूरति अछि विद्रोहक।
आर पार के युद्ध संग जौं भेटय सबहक।

नहि उठतै जहिया धरि ओ हुँकार गाम सँ।
नहि हटतै जा धरि किछु लोकक स्वार्थ नाम सँ।

जा धरि जन-जन शंखनाद नहि करत बाट पर।
जा धरि नेन्ना किलकारी नहि देत खाट पर।

ता धरि किछु नहि हएत ध्यान मे रहब कते दिन।
उठू लिअ संकल्प विजयी हम हएब एक दिन।

तखने भेटत जे अधिकारक बात करै छी।
मान चित्र मे भेटत मिथिला राज्य कहै छी।

सतीश चन्द्र झा

कोई टिप्पणी नहीं:

ब्लॉगकेँ डिजाइन बिमल चंद्र झा द्वारा कएल गेल अछि !

 
मिथिलाक बात ... (c) मैथिल आर मिथिलाप्रिय जालवृत्त प्रेमी पाठकगण, ' मिथिलाक बात ' जालवृत्तक लोकप्रियताकेँ देखैत जालवृत्तक लेल एक अलग ई-मेल ID बनाएल गेल अछि। अपने सभसँ अनुरोध जे जालवृत्तक प्रति अपन परामर्श-टिप्पणी ब्लॉग पर प्रकाशित करबाक लेल, अपन रचना आ कि सदस्यता लेल जालवृत्तक टीमसँ mithilakbibhuti@gmail.com पर संपर्क करी।
चिट्ठाजगत Submit Your Site To The Web's Top 50 Search Engines for Free! Hindi Blogs. Com - हिन्दी चिट्ठों की जीवनधारा Hindi Blog Tips

मिथिलाक बात मिथिलाक पवित्र भूमि मधुबनी सँ प्रकाशित